मध्य प्रदेश में BJP बढ़ते बहुमत की और वही राज्यों में बीजेपी ,वही राजस्थान में कांग्रेस का खेल ख़त्म होने का आसार
Madhya Pradesh :- मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी बढ़ते बहुमत की और वही राज्यों में बीजेपी कितने सरकार से बनेगी इसके नतीजे लगातार आपको दिलखा रहे है जल्दी ही आपको इसका रिजल्ट पता चलेगा एग्जिट पोल के माध्यम से तीन राज्यों में बीजेपी की जीतने की संभावना का अनुमान है ,मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी बढ़ते बहुमत की और वही राज्यों में बीजेपी ,वही राजस्थान में कांग्रेस का खेल ख़त्म होने का आसार
राजस्थान में लगातार वोटो की गणांना जारी है सत्ता परिवर्तन के रिवाज के चर्चित इस राज्य में अभी कांग्रेस की सरकार है, जिसके मुखिया सीएम अशोक गहलोत हैं। 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 100 सीटें हासिल कर बहुमत की सरकार बनाई थी। जबकि, भाजपा 73 पर सिमट गई थी
बालाघाट से भाजपा प्रत्याशी गौरीशंकर बिसेन आगे।
रतलाम ग्रामीण लक्ष्मण सिंह डिंडोर 1000 मतों से आगे कांग्रेस
धार विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी प्रभा बालमुकुंद सिंह गौतम 1200
बदनावर से कांग्रेस प्रत्याशी भंवर सिंह शेखावत 800 मतों से आगे
गंधवानी से कांग्रेस प्रत्याशी अमन सिंगर 900 मतों से आगे
खरगोन से कांग्रेस के रवि जोशी पीछे, भाजपा प्रत्याशी बालकृष्ण पाटीदार 421 मतो से आगे
झाबुआ 1900 मतो से भानु भूरिया आगे।
थांदला से 167 मतो से कलसिंह भाबर आगे।
पेटलावद से 2494 मतो से निर्मला भूरिया आगे।
देवास में कांग्रेस आगे 59 से आगे
हाट पिपलिया करीब 1500 वोटो से कांग्रेस
सोनकच्छ में 976 मतो से BJP आगे
बागली में 3800 वोट से BJP आगे
खातेगांव 1546 वोट से BJP आगे
नीमच विधानसभा से दिलीप सिंह परिहार आगे चल रहे है।
जावद विधानसभा से ओमप्रकाश सखलेचा आगे चल रहे है।
मनासा विधानसभा से माधव मारु आगे चल रहे है।
मध्य प्रदेश में BJP बढ़ते बहुमत की और वही राज्यों में बीजेपी ,वही राजस्थान में कांग्रेस का खेल ख़त्म होने का आसार
मध्य प्रदेश में BJP बढ़ते बहुमत की और वही राज्यों में बीजेपी ,वही राजस्थान में कांग्रेस का खेल ख़त्म होने का आसार
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी बढ़ते बहुमत की और Madhya Pradeshमध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों पर वोटों (votes)की गिनती (Counting)चल रही है बहुमत के लिए 116 सीट की आवश्यकता है। मध्य प्रदेश में दो दशक से सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का राज कायम रहेगा या फिर राज्य की कमान कांग्रेस के हाथ जाएगी यह दोपहर तक तय हो जाएगा।
तेलंगाना में कांग्रेस इस बार उनकी पार्टी भारत राष्ट्र समिति यानी BRS (पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति) हैट्रिक की कोशिश में है। वहीं, एग्जिट पोल संकेत दे रहे हैं कि राज्य में कांग्रेस इस बार केसीआर को कड़ी टक्कर दे सकती है। इसके अलावा यहां मैदान में असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM और भाजपा भी हैं। 2018 विधानसभा चुनाव में 119 में से टीआरएस को 88 सीटें मिली थी। तब कांग्रेस 21 सीटें ही हासिल कर सकी थी और भाजपा को एक ही सीट मिली थी।