बैतूल जिले में ऐसे गांव जहां हरी नीली चट्टानों से निकलते है शंख वजह यही है की घर घर में है पत्थर के शंख
मनोहर अग्रवाल खेडिसावलीगढ़
बैतूल जिले में ऐसे गांव जहां हरी नीली चट्टानों से निकलते है शंख वजह यही है की घर घर में है पत्थर के शंख जिले के मुलताई विकासखंड की ग्राम पंचायत डीवटीया के आमा बघौली और कान्हा बघौली ऐसे गांव है को विचित्र ताओ से भरा है कहने को यह छोटे छोटे कस्बे है लेकिन यहां गांव के आस पास नीले हरे रंग की चट्टानों में शंख निकलते है जिसमे दाहिना व्रती शंख भी निकलते है
ग्राम कान्हा बघौली के अमरतेंद्र सिंह राजपूत बताते है यह सत्य है की यह गांव शंखों से भरी चट्टानों से घिरा है थोड़ी दूर जाने पर हरी नीली चट्टानों को हथोड़े से तोड़ने से उसमे शंख निकलते है जो बजाने के कार्य में नही आते लेकिन इन शंखों को प्रत्येक घरों में पूजन में रखा जाता है कोतूहल वश लोग इन शंखों को निकालकर अपने साथ ले जाते है पूर्व में किसी भूगर्भ जानकार ने यहां मशीनों से देखा तो उन्होंने कहा था
किसी समय सदियों पूर्व यह गांव की भूमि पानी में डूबी रही होगी उसी वजह से चट्टानों में शंख मिलने लगे यही बात आमा बघौली की भी है यहां भी चट्टानों में शंख निकलते है लोगो ने इसेघरों में सजो कर रखा है