किसानो को मिलने वाला है लाभ-
जल्दी ही धान की खेती करने वाले किसान भाइयो के लिए एक नयी खशखबरी है जल्दी ही धान की खरीद पर सरकार अब किसानों को 117 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ मिलने वाला है , सरकार की ओर से इसकी घोषणा कर दी है , वही किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य अब धान को बेचने पर अधिक लाभ मिलने वाला है , वही अब इसके लीये किसानो में इसके लिए राज्य सरकार के इस निर्णय पर प्रदेश के किसानों ने खुसी जाहिर करि है .
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वही आपको बता दे की केंद्र सरकार की ओर से प्रतिवर्ष धान सहित और भी अन्य फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करने का प्रयाश पूर्ण हो चूका है , और अब इसी के साथ ही कई राज्यों में मिलने वाला है न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के साथ अलग से लाभ भी मिलने वाला है , और वही राज्य सर्कार द्वारा प्रदेश के किसानों के लिए धान खरीद पर लाभ देने की घोषणा कर दी है , आपको यह लाभ खरीफ फसल विपणन सीजन 2023-24 के लिए मिलने वाला है , इसके लिए राज्य कैबिनेट की बैठक हुई और इसमें इस प्रस्ताव को पास कर के अनुमति मिल गयी है .
किसानो के लिए नयी खुशखबरी धान की खरीद पर मिलने वाला है 117 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ , आएगा नया रेट
धान बेचने से मिलेगा लाभ–
जल्दी ही केंद्र सरकार की ओर से धान के लिए इसका न्यूनतम समर्थन मूल्य 2183 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है , वही बात की जाये ग्रेड-ए धान के बात की जाये तो धान के लिए 2203 रुपए प्रति क्विंटल का रेट तय किया गया है , वही बात की जाये तो लाभ को मिलकर इस बार किसानो के लिए पिछले साल के एमएसपी (MSP) पर धान बेचने से मिलने वाला है लाभ , वही बात करे तो किसानों को सामान्य धान पर कुल 2300 रुपए और ग्रेड-ए के लिए अच्छा लाभ भी मिलेगा , अब इसके लिए सरकार द्वारा इस मिलरों को 60 रुपए प्रति क्विंटल दर भी मिलेगी , सरकार कुल 70.20 करोड़ रूपए देने वाली है .
धान की खेती के लिए अधिक पैदावार वाली किस्म-
किसानो के लिए नयी खुशखबरी धान की खरीद पर मिलने वाला है 117 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ , आएगा नया रेट
धान की अधिक पैदावार देने वाली किस्में हैं। सबसे अच्छी किस्म होगी पूसा-2-21, साकेत-4, पूसा-33, अन्नदा एवं बिरसा धान-201 एवं दोन-2 भूमि के लिए रतना, अर्चना, सीमा, जया, आई.आर. 36, सुजाता, बिरसा धान-202, राजेंद्र धान-201, बिरसा धान-201, 202, आई.आर.-8 और राज्य श्री किस्में अधिक पैदावार देने वाली उन्नत किस्मे होने वाली है .सरकार की ओर से प्रतिवर्ष धान सहित और भी अन्य फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करने का प्रयाश पूर्ण हो चूका है.
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धान की खरीद –
राज्य सरकार के अनुसार इसी साल किसानो द्वारा 6 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का रिकॉर्ड तोड़ दिया है , वही 2.30 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद झारखंड ने करि है , 3.70 मीट्रिक टन धान की खरीद केंद्र अधिनियम के अंतर्गत आने वाला है , कस्टम मिल्ड राइस नहीं के रिक्त होने पर साधारण चावल की प्राप्ति की जाएगी.
वही बात करे झारखंड राज्य की लगभग 71 प्रतिशत भूमि का उपयोग चावल की खेती के लिए किया जाता है , वही 2007 में, राज्य में लगभग 1.6 मिलियन हेक्टेयर भूमि पर चावल की खेती हुए थी , और वही औसत उपज 18 क्विंटल तक की गयी है , इसके साथ ही 1.6 मिलियन हेक्टेयर में से लगभग 300,000 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि पर चावल की खेती की जा रही है .