Kale Chane Ki Top 2 Kisme काले चने की बम्पर पैदावार वाली उन्नत किस्मे होगा दुगुना फायदा 2024
काले चने की बम्पर पैदावार वाली उन्नत किस्मे होगा दुगुना फायदा 2024
भारत द्वारा अनुसंधान परिषद ने इसे मंजूरी भी प्रदान कर दी है आईए जानते हैं उन्नत किस्म।
Kale Chane यह समय पर रवि की फसल का अंतिम दौर चल रहा है रवि की फसलों में गेहूं के बाद चने का महत्वपूर्ण स्थान है और चने का भाव बाजार में बहुत अच्छा मिल जाता है और चने की खेती किसानों के लिए लबकार साबित हो रही है साथ ही इसमें काले चने की खेती बहुत ज्यादा बेहतर लाभ प्राप्त करने में सहायता कर सकती है जो कि स्वास्थ्य और गुना से भरपूर होता है इसलिए इसकी डिमांड मार्केट में काफी ज्यादा बनी रहती है और खास बात यह है कि भारत द्वारा अनुसंधान परिषद ने इसे मंजूरी भी प्रदान कर दी है आईए जानते हैं उन्नत किस्म।
काले चने की कोटा देसी चना 2 किस्म
Kale Chane चने की नई किस्म जिसका नाम कोटा देसी चना दो है यह लंबे आकार की किस्म होती है जिसमें की 18.77 प्रतिशत प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है और इसका रंग बड़ा होता है इसकी उपज क्षमता कोटा देसी चना दो की पैदावार पूसा चना 4005 की औसत ऊपर से 15 से 18% अधिक है यह किस्म आंध्र प्रदेश और कर्नाटक की जलवायु के लिए पर्याप्त तैयार है और यह रोग प्रतिरोधक क्षमता वाली चने की किस्म है।
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काले चने की कोटा देसी चना 3 किस्म
Kale Chane बात करी जाए दूसरे चने की किस्म की तो इस किस्म का नाम कोटा देसी चना तीन है इस चने में प्रोटीन की मात्रा 20.25% पाई जाती है और इसे यांत्रिक कटाई के लिए सर्वाधिक बताया गया है इसकी उपज की बात करी जाए तो 15.57 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक फसल प्राप्त की जा सकती है यह किम झारखंड असम जैसे राज्यों के लिए प्रयुक्त बताई गई है।
Kale Chane Ki Top 2 Kisme काले चने की बम्पर पैदावार वाली उन्नत किस्मे होगा दुगुना फायदा 2024
काले चने की टी-9 किस्म
Kale Chane अगली किस्म का नाम है टी 9 इस किस्म की बात करी जाए तो यह लगभग 65 से 70 दिन में पककर पूर्ण रूप से तैयार हो जाती है साथ यह जालीदार होती है और यह मध्यम आकार के बीज वाली होती है यह उच्च क्षमता प्रदान करती है साथ ही यह विभिन्न जलवायु में उगाई जा सकती है।
काले चने की एडीटी 3 किस्म
Kale Chane अगले चने की किस्म का नाम एडीटी तीन किस्म है। इसके दाने मोटे और चमकदार होते हैं साथ ही इस फसल को पूर्ण रूप से तैयार होने के लिए 70 से 75 दिन का समय लगता है साथ यह उच्च उपज की क्षमता वाले फसल है और उनकी खेती दक्षिणी राज्यों में अधिक की जाती है।
काले चने की पीयू- 30 किस्म
Kale Chane अगली किस्म का नाम है पीयू 30 किस्म यह मोटे बी वाली किस्म होती है और इसका आकार मध्य होता है यह किम भारी शुष्क जैसी परिस्थितियों में भी अच्छी उपज प्रदान करती है साथ ही यह फफूंदी और पीला मोजेक रोग की प्रतिरोधी साबित होती है और इस फसल को पूर्ण रूप से तैयार होने के लिए 80 से 85 दिन का समय लगता है।
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काले चने की टीएयू- 1 किस्म
Kale Chane यह सर्वाधिक प्रिय किस पर है जिसे बरसात के साथ और बरसात के बाद भी दोनों मौसम में अच्छी तरह से उगाया जा सकता है इस किस्म को पूर्ण रूप से तैयार होने के लिए 75 से 80 दिन का समय लगता है और यह विभिन्न प्रकार की मिशन में भी आराम से उगाई जा सकती है यह मध्यम आकार के बीज होते हैं या कीटो और रोगों के खिलाफ प्रतिरोधी होती है।