छतीसगढ़ की इस नट ने रस्सी पर करतब दिखाकर कर दिया कमाल
मनोहर अग्रवाल खेडिसावलीगढ़:
छतीसगढ़ की इस नट ने रस्सी पर करतब दिखाकर कर दिया कमाल आम तौर पर नटो की आजीविका का साधन मात्र उनके द्वार दिखाए जाने वाले हैरत अंगेज करतब होते है।जो गांव शहरो में प्रदर्शन कर उससे जो भी धन एकत्रित होता हैं वही उसकी आजीविका का सहारा होता जिला मुख्यालय के समीप ग्राम खेड़ीसावलीगढ़ में बस स्टेंड पर छतीस गढ़ से आई लगभग 12वर्षीय कुसुम राज नट ने तो कमाल ही कर दिया कुसुम के पिता सुरेंद्र ने बताया हम राज नट ह।
हमारा यह पुश तेनी धंधा है इसमें कठिनाई तो बहुत है लेकिन पेट के लिए सब करना पड़ता है।कुसुम ने जिस तरह एक रस्सी पर नृत्य कर कई प्रकार के हैरत एम अंगे ज कारनामे दिखला कर लोगो का मनोरंजन किया वही कुसुम के लिए यह जोखिम से कम नही खतरनाक स्टंट जैसे रस्सी पर नृत्य करना सायकल की रिंग में रस्सी पैर लगाकर चलना फिर रस्सी पर थालीरखकर चलना हाथ में उगलियो पर थाली घुमाना यह सब बेलेंस का खेल था लेकिन लोग आश्चर्य चकित थे की जोर जोर से रस्सियों पर कूदना और सिर्फ सिंगल रस्सी यह भी एक कला ह।
इस नट कलाकार को रुपए देकर इसका सम्मान बढ़ाया और लोग कहते सुनाई दिए वाह री नट तूने तो कमाल ही कर दिय।