बीजपरजॉय चक्रवात ने पकड़ी 130 KMPH रफ्तार की तेज हवा के साथ भारी बारिश , हुआ हाई अलर्ट जारी
बीजपरजॉय चक्रवात ने पकड़ी 130 KMPH रफ्तार की तेज हवा के साथ भारी बारिश , हुआ हाई अलर्ट जारी
टाइम्स नव मध्य प्रदेश की जानकारी के मुताबिक चक्रवाती तूफान Biparjoy गुजरात तट से टकरा गया है. . तट पर 130 KMPH की रफ्तार से तेज हवा चल रही है. भारत सरकार की तरफ से तूफान से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. भारतीय सेना, एनडीआरएफ सहित सभी एजेंसियों को तैनात कर दिया गया है.
गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास गुरुवार को चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के टकराने की संभावना है। इसके साथ ही राज्य के तटीय जिलों में बहुत तेज बारिश होने की संभावना है और हवा की गति धीरे-धीरे 120-130 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 145 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
जाने क्या है इस तूफान को लेकर आगे की भविष्वा वाणिया :-
- केंद्र सरकार के मंत्री स्वयं हालात की निगरानी कर रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने अपना तेलंगाना का दौरा रद्द कर दिया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यह सौराष्ट्र कच्छ और जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और कराची के बीच पाकिस्तानी तटों को पार करेगा. मौसम विभाग की तरफ से दावा किया गया है कि लैंडफॉल की प्रक्रिया 4 घंटे तक चलेगी.
- IMD के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा है कि फिलहाल यह 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है. कच्छ, सौराष्ट्र में लैंडफॉल शुरू हो गया है. सौराष्ट्र, कच्छ में भारी बारिश हो रही है, आगे और तेज बारिश की संभावना है. मध्य रात्रि तक लैंडफॉल जारी रहेगा.
- टाइम्स नव मध्य प्रदेश की जानकारी के मुताबिक मौसम विभाग की तरफ से लोगों को अलर्ट किया गया है. IMD ने भारी बारिश और हवा से बचने की हिदायत लोगों को दी है. कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसे हालत उत्पन्न होने की आशंका है.
- गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए गांधीनगर स्थित स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में आज एक बैठक की अध्यक्षता की. सरकार ने कहा है कि अब तक कच्छ, जामनगर, मोरबी, राजकोट, देवभूमि द्वारका, जूनागढ़, पोरबंदर और गिर सोमनाथ के आठ तटीय जिलों में लगभग एक लाख लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है.
- राहत और बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के अलावा सेना, वायुसेना, नौसेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने कमर कस ली है. सेना ने भुज, जामनगर, गांधीधाम के साथ-साथ नलिया, द्वारका और मांडवी में अग्रिम स्थानों पर 27 राहत टुकड़ियां तैनात की हैं. वायुसेना ने वड़ोदरा, अहमदाबाद और दिल्ली में एक-एक हेलीकॉप्टर को तैयार रखा है. नौसेना ने बचाव और राहत के लिए ओखा, पोरबंदर और बकासुर में 10-15 टीमों को तैनात किया है, जिनमें से प्रत्येक में पांच गोताखोर और अच्छे तैराक शामिल हैं.
- आईएमडी ने कहा कि चक्रवात की दस्तक के दौरान समुद्र में खगोलीय ज्वार से लगभग दो-तीन मीटर ऊंची तूफानी लहरें उठने के कारण प्रभावित जिलों के निचले इलाकों में पानी भरने की संभावना है. विभाग के अनुसार, कुछ जगहों पर तीन से छह मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं.
- टाइम्स नव मध्य प्रदेश की जानकारी के मुताबिक आईएमडी अधिकारियों ने कहा कि सौराष्ट्र-कच्छ के अलावा, गुजरात के अन्य जिलों में भी 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ ही हल्की बारिश हो सकती है.अधिकारियों ने कहा कि चक्रवात के कारण होने वाली क्षति के मद्देनजर प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारी कर रहा है कि बिजली और पानी की आपूर्ति में कोई व्यवधान न हो.
- आईएमडी के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मुंबई से दूरी अधिक होने की कारण बिपरजॉय का असर मुंबई में खास नहीं होगा. इसका प्रभाव गुजरात और राजस्थान में अधिक होगा. राजस्थान में 16-17 जून को भारी बारिश हो सकती है और हवाओं की रफ्तार 50-60 किमी प्रति घंटे की रहने का अनुमान है.
- चक्रवात बिपारजॉय के बृहस्पतिवार को पाकिस्तान के तटीय क्षेत्रों में दस्तक देने से पहले देश के दक्षिणी सिंध प्रांत में लगभग 67,000 लोगों को उनके घरों से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. चक्रवात के प्रभाव से कई शहरों में भारी बारिश और बाढ़ की संभावना है और इससे निपटने के लिए तैयारियां की जा रही हैं. मदद के लिए पाकिस्तान में सेना को बुलाया गया है.