भैंसदेही : स्कूल में ताला डालकर कर गायब टीचर्स ग्रामीण बच्चो का भविष्य अन्धकार मे
टाइम्स नाउ मध्य प्रदेश संवादाता सुनील सोनारे भैसदेही
भैंसदेही : परीक्षाओ के अंतिम दौर में स्कूलो का प्रबंधन जिस तरह से संचालित हो रहा है इसको देखकर ऐसा लगता है जैसे जानबूझकर शिक्षक और शिक्षा विभाग ग्रामीण इलाकों के बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है गाँव में संचालित लगभग सभी स्कूल वेंटीलेटर पर चले गये है जहा तीन टीचर होने चाहिए अंतिम दौर के समय में डेढ़पानी पटाखेड़ा स्कूल में एक गेस्ट टीचर पांच कक्षाओ के बच्चो को पढ़ा रहे है पूछने पर वहीं जो जवाब हमेश होता है सर किसी जरूरी काम से भैंसदेही गये है काबरा माल के स्कूल के तो हाल पूछे ही नही शिक्षक 12 बजे बच्चो को छुट्टी देकर स्कूल में ताला डालकर निकल पड़े कौन जिम्मेदार है ना पंच पूछे ना सरपंच इन्हे परवाह नही है इनके बच्चे जिले के प्रदेश के बड़े से बड़े स्कूलों मे रूम भाड़े से लेकर पढ़ रहे है.
भैंसदेही : स्कूल में ताला डालकर कर गायब टीचर्स ग्रामीण बच्चो का भविष्य अन्धकार मे

मासाबो को क्या रिजल्ट कुछ भी हो हमे क्या अच्छी तनख्वाह मिल रही है हमारे बच्चे जिले ले फलाने फलाने स्कूल में पढ़ रहे है सरकार खूब धन लुटा रही है और क्या अभी बजट में और पैमेंट बढ़ जाएंगा हमारी तो बल्ले बल्ले ग्राम पंचायत तो जैसे ख़त्म है एक आंगनवाड़ी जिसकी मरम्मत करने को इनके पास पैसे नही है पूरे तरह से टूट चुके आंगनबाड़ी भवन में संचालित होती है जहा ताला डालने के लिए कुंडी भाई अच्छी नही है आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से जब पूछा गया तो हम क्या कर सकते है जैसा चल रहा है चला रहे है समूह द्वारा दिया जाने वाला मध्यान भोजन पिछले कई महनो से कम जयादा मिल रहा है पूछने पर बताती है की राशन कम आ रहा है हम क्या करे प्रॉब्लम है कहा समझ के परे है इतना पैमेंट ऊँगली पर गिनने लायक बच्चे स्कूलों में ढेर सारी सरकारी सुविधाएं जा कहा रही है पंचायत के सरपंच जी के तो कहने ही क्या है हा आ राह हु आप कहा हो.
भैंसदेही : स्कूल में ताला डालकर कर गायब टीचर्स ग्रामीण बच्चो का भविष्य अन्धकार मे
थोड़ी देर बाद फोन नही उठाया फिर सर आप आये नही मै भैंसदेही निकल गया जनपद में मिलता हु जनपद गये तो साहाब का मोबाइल बंद पाटाखेड़ा के काबरा में 4 मकान जलकर खाख हो गये जब पचांयत के टेंकर की जानकारी निकाली तो पता चला की पूर्व उपसरपच टेंकर नही दे रहे है धमका रहे है नही देता जो करना है कर लो चार मकान जल गये चिंता नही लेकिन किसी भी पंचायत कर्मी ने भी अभी तक पूर्व उपसरपंच के खिलाफ कोई शिकायत नही की अंधेर नगरी चौपट राजा शहरों में थोड़ा ठीक ठाक है सभी अधिकारी काम करे नही करे कम से कम डर तो है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत के कार्य ज़ीरो बटा जीरो कागजो में तो आलिशान महल बना दिया पंचायत को लेकिन बोरवेल की महीनों पहले जली मोटर को सुधारने इनके पंचायत में पैसा नही सेकड़ो लोग पानी के लिए लड़ रहे झगड़ रहे है लेकिन मजाल है कोई कार्रवाही कर ले.